Linux Operating System:- नमस्कार दोस्तों आज हम आपको Linux ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं अगर आप भी Linux ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में जानना चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल के साथ बने रहे। लिनक्स एक प्रकार का multi-user और मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम होता है इसमें हमें वह सभी फीचर मिलते हैं जो एक आधुनिक ऑपरेटिंग सिस्टम में होने चाहिए दोस्तों यूनिक्स और विंडोज़ हमें कुछ चार्ज देने के बाद में उपलब्ध होते हैं लेकिन लिनक्स हमें बिना किसी चार्ज के उपलब्ध हो जाता है दोस्तों हम अगर चाहे तो अपनी जरूरत के मुताबिक इसमें थोड़ा बहुत परिवर्तन कर सकते हैं लेकिन परिवर्तन करने के लिए कुछ शर्त होती है इनमें से पहली शर्त यह है कि इसका जो सोर्स कोड फॉर्म होता है वह वैसा ही रहना चाहिए ।
Linux ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है इसके फायदे और नुकसान
Linux का इतिहास
साथियों Linux Operating System को Linux ने बनाया था जब उन्होंने इसका आविष्कार किया था तब वे हेलसिंकी की यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रहे थे इसके लिए उन्होंने सबसे पहले आईबीएम कंपनी से वर्ष 1991 में एक पर्सनल कंप्यूटर खरीदा था जिसमें उनको एमएस डॉस ऑपरेटिंग सिस्टम मिला था उनके लिए एमएस डॉस ऑपरेटिंग सिस्टम ज्यादा काम का नहीं था इसलिए वह उसको बदलना चाहते थे इसके लिए उन्होंने Linux ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने की सोची और 1994 में उन्होंने इसका पहला वर्जन जारी कर दिया इसके बाद में धीरे-धीरे जैसे समय बीतता गया इसमें अन्य कई परिवर्तन होते गए और धीरे-धीरे करके इस को और बेहतर बनाया गया ।
Linux ऑपरेटिंग सिस्टम के फायदे ।
- यह 32 बिट वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है ।
- इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके द्वारा आप अपने पुराने यंत्रों पर नए जैसा काम कर सकते हैं।
- Linux का प्रयोग करके आप ऑपरेटिंग सिस्टम का उचित मैनेजमेंट कर सकते हैं जो टूल आपके पास नहीं है Linux की मदद से आप उनको ले सकते हैं ।
- Linux आपको तैयार प्रयोग करने के लायक आईपी एड्रेस देता है जिसमें नेटवर्क के बीच संबंध बनाना बहुत आसान होता है ।
- आप अपने कंप्यूटर में Linux लगाते हैं तो इसके बाद आपको किसी अन्य एप्लीकेशन को खरीदने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी ।
- एक मल्टी यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम होता है ।
- यह वायरस से भी हमारी पूरी तरह सुरक्षा करता है ।
- इसमें दो से अधिक प्रोग्राम को आसानी से चलाया जा सकता है ।
- Linux एक प्रकार के ग्राफिकल यूजर इंटरफेस पर काम करता है ।
- या एक मल्टीप्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम होता है इसमें मल्टीप्रोग्रामिंग सुविधा हमें दी जाती है ।
Linux ऑपरेटिंग सिस्टम के नुकसान
- इसमें सभी आदेशों को प्रारूप सहित याद रखना पड़ता है यह इसके सबसे बड़ी कमी है ।
- इसमें किसी सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल करना या अनंस्टॉल करना बहुत ही ज्यादा मुश्किल काम होता है ।
- आप कोई नया हार्डवेयर जोड़ना चाहते हैं तो उसके लिए ड्राइवर हार्डवेयर बनाने वाले को ही बनाना पड़ता है ।
- अगर कमांड देने मे आपसे छोटी भी गलती हो जाए तो पूरी कमांड हमारी गलत हो जाती है ।
डीलक्स के प्रयोग के लिए न्यूनतम हार्डवेयर
अगर हम Linux का प्रयोग करना चाहते हैं इसके लिए हमारे पास से निम्न आवश्यकताएं होनी चाहिए
- Pentium प्रोसेसर या इसका कोई भी अनुरूप ।
- सीडी रोम ड्राइंव ।
- 30 एमबी की रैम ।
- 500 एमबी का हार्ड ड्राइव स्पेस ।
- vesa 2.0 compliant ग्राफिक्स कार्ड।
Element of Linux
Linux Operating System के मुख्य था 3 भाग होते हैं जो इस में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ।
कर्नेल
यह Linux का एक मुख्य भाग होता है इसका काम प्रोग्राम तथा हार्डवेयर को अच्छी तरह से मैनेज करना होता है ।
शैल
शैले प्रोग्राम है जो यूजर द्वारा दी गई कमांड की व्याख्या करता है ।
फाइल सिस्टम
इनमें फाइलों को डायरेक्ट रूट में इनमें जो सबसे ऊपर होता है वह डायरेक्टरी रूट कहलाता है ।
दोस्तों यह आपके लिए Linux ऑपरेटिंग सिस्टम से संबंधित है छोटी से जानकारी दी जिसने हमने आपको इसके बारे में लगभग सभी कुछ बताने की पूरी कोशिश की है आशा करता हूं आप हमारी जानकारी से संतुष्ट होंगे ऐसी हो जानकारी पाने के लिए आप हमारे साथ बने रहें बहुत-बहुत धन्यवाद